विकराल तांडव नाथ फिर इतनी धरा पर कीजिए । हर पाप का बदला यहाँ नटराज बनकर लीजिए विकराल तांडव नाथ फिर इतनी धरा पर कीजिए । हर पाप का बदला यहाँ नटराज बनकर लीजिए
तुम्हारी तांडव लीला से सभी का सुख चैन खोने लगा तुम्हारी तांडव लीला से सभी का सुख चैन खोने लगा
प्रलयंकारी रूप धरूँगी, बनूँगी तेरा काल। प्रलयंकारी रूप धरूँगी, बनूँगी तेरा काल।
लूटा है फिर सबने मिलकर ना समझ ही पाए, बलिदान को मेरे। लूटा है फिर सबने मिलकर ना समझ ही पाए, बलिदान को मेरे।
हृदय किया तुझ जैसा अति विशाल फिर भी देख स्वार्थी जग का यह हाल जन्म से पूर्व मुझे ले... हृदय किया तुझ जैसा अति विशाल फिर भी देख स्वार्थी जग का यह हाल जन्म ...
गीदड़ों का घेरा है माली भी सपेरा है बदला सूर्यास्त है सांझ अब सवेरा है गीदड़ों का घेरा है माली भी सपेरा है बदला सूर्यास्त है सांझ अब सवेरा है